चीन भी समझौते के मूड में नहीं, पलटवार कर ट्रंप पर फोड़ा टैरिफ बम
चीन भी समझौते के मूड में नहीं, पलटवार कर ट्रंप पर फोड़ा टैरिफ बम
श्री न्यूज़ 24
मुकेश
नई दिल्ली
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद अब चीन ने भी पलटवार कर दिया है. जवाब में चीन ने अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर आयात शुल्क लगाने का ऐलान कर दिया है, यानी दोनों के बीच आने वाले दिनों में आर्थिक जंग और बढ़ने वाली है.
चीन ने सोमवार को कहा कि वह 1 जून से वह 60 अरब डॉलर की वैल्यू के अमेरिकी गुड्स पर शुल्क लगाएगा, चीन के कैबिनेट टैरिफ पॉलिसी कमीशन ऑफ द स्टेट काउंसिल के एक बयान में कहा, 'चीन अमेरिकी सामानों पर 5 फीसदी से लेकर 25 फीसदी तक शुल्क लगाएगा. चीन 5,140 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाएगा.
बता दें, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार मसले को लेकर 11वें दौर की बातचीत असफल होने के बाद अब दोनों के बीच तनातनी बढ़ गई है. समस्या का हल नहीं निकलने के लिए अमेरिका ने चीन को जिम्मेदार ठहराया है. ट्रंप ने व्यापार वार्ता के विफल होने का दोष चीन पर मढ़ दिया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चेतावनी दी कि अगर चीन ने व्यापार समझौता नहीं किया तो वह बुरी तरह प्रभावित होगा. ट्रंप ने ट्वीट में लिखा, 'मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीन के अपने अन्य सभी दोस्तों से खुलेआम कहना चाहता हूं कि अगर आपने व्यापार समझौता नहीं किया तो चीन बुरी तरह प्रभावित होगा, क्योंकि कंपनियां चीन को छोड़ अन्य देश में जाने के लिए बाध्य हो जाएंगी.
चीन के साथ व्यापार वार्ता विफल रहने के बीच आयात ट्रंप ने चीन से आयात होने वाले 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क को 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया, ये दरें शुक्रवार से लागू हो गईं. अमेरिका चीन से होने वाले शेष 300 अरब डॉलर के आयात पर भी इसी प्रकार से शुल्क बढ़ाने की तैयारी में है.
ट्रंप ने अपने ट्वीट में चीन के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया. ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर भारी शुल्क लगाने के अपने फैसले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, 'हम सही हैं, हमें चीन के साथ जहां होना चाहिए हम वहीं हैं. याद रखिए, चीन ने हमारे साथ व्यापार समझौते को लेकर बातचीत को तोड़ा है और फिर से बातचीत की कोशिश की.'उन्होंने कहा कि चीन से आयातित उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने से अमेरिका को काफी राजस्व मिलेगा. राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें चीन से शुल्क के रूप में कई अरब डॉलर मिलेंगे. चीन से उत्पादों के खरीदार इन उत्पादों को खुद अमेरिका में बना सकते हैं या फिर जिन देशों पर शुल्क नहीं लगाया गया है, उनसे खरीद सकते हैं.'
उन्होंने कहा कि चीन से आयातित उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने से अमेरिका को काफी राजस्व मिलेगा. राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें चीन से शुल्क के रूप में कई अरब डॉलर मिलेंगे. चीन से उत्पादों के खरीदार इन उत्पादों को खुद अमेरिका में बना सकते हैं या फिर जिन देशों पर शुल्क नहीं लगाया गया है, उनसे खरीद सकते हैं.
उन्होंने कहा कि चीन से आयातित उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने से अमेरिका को काफी राजस्व मिलेगा. राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें चीन से शुल्क के रूप में कई अरब डॉलर मिलेंगे. चीन से उत्पादों के खरीदार इन उत्पादों को खुद अमेरिका में बना सकते हैं या फिर जिन देशों पर शुल्क नहीं लगाया गया है, उनसे खरीद सकते हैं.
श्री न्यूज़ 24
मुकेश
नई दिल्ली
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद अब चीन ने भी पलटवार कर दिया है. जवाब में चीन ने अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर आयात शुल्क लगाने का ऐलान कर दिया है, यानी दोनों के बीच आने वाले दिनों में आर्थिक जंग और बढ़ने वाली है.
चीन ने सोमवार को कहा कि वह 1 जून से वह 60 अरब डॉलर की वैल्यू के अमेरिकी गुड्स पर शुल्क लगाएगा, चीन के कैबिनेट टैरिफ पॉलिसी कमीशन ऑफ द स्टेट काउंसिल के एक बयान में कहा, 'चीन अमेरिकी सामानों पर 5 फीसदी से लेकर 25 फीसदी तक शुल्क लगाएगा. चीन 5,140 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाएगा.
बता दें, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार मसले को लेकर 11वें दौर की बातचीत असफल होने के बाद अब दोनों के बीच तनातनी बढ़ गई है. समस्या का हल नहीं निकलने के लिए अमेरिका ने चीन को जिम्मेदार ठहराया है. ट्रंप ने व्यापार वार्ता के विफल होने का दोष चीन पर मढ़ दिया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चेतावनी दी कि अगर चीन ने व्यापार समझौता नहीं किया तो वह बुरी तरह प्रभावित होगा. ट्रंप ने ट्वीट में लिखा, 'मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीन के अपने अन्य सभी दोस्तों से खुलेआम कहना चाहता हूं कि अगर आपने व्यापार समझौता नहीं किया तो चीन बुरी तरह प्रभावित होगा, क्योंकि कंपनियां चीन को छोड़ अन्य देश में जाने के लिए बाध्य हो जाएंगी.
चीन के साथ व्यापार वार्ता विफल रहने के बीच आयात ट्रंप ने चीन से आयात होने वाले 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क को 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया, ये दरें शुक्रवार से लागू हो गईं. अमेरिका चीन से होने वाले शेष 300 अरब डॉलर के आयात पर भी इसी प्रकार से शुल्क बढ़ाने की तैयारी में है.
ट्रंप ने अपने ट्वीट में चीन के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया. ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर भारी शुल्क लगाने के अपने फैसले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, 'हम सही हैं, हमें चीन के साथ जहां होना चाहिए हम वहीं हैं. याद रखिए, चीन ने हमारे साथ व्यापार समझौते को लेकर बातचीत को तोड़ा है और फिर से बातचीत की कोशिश की.'उन्होंने कहा कि चीन से आयातित उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने से अमेरिका को काफी राजस्व मिलेगा. राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें चीन से शुल्क के रूप में कई अरब डॉलर मिलेंगे. चीन से उत्पादों के खरीदार इन उत्पादों को खुद अमेरिका में बना सकते हैं या फिर जिन देशों पर शुल्क नहीं लगाया गया है, उनसे खरीद सकते हैं.'
उन्होंने कहा कि चीन से आयातित उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने से अमेरिका को काफी राजस्व मिलेगा. राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें चीन से शुल्क के रूप में कई अरब डॉलर मिलेंगे. चीन से उत्पादों के खरीदार इन उत्पादों को खुद अमेरिका में बना सकते हैं या फिर जिन देशों पर शुल्क नहीं लगाया गया है, उनसे खरीद सकते हैं.
उन्होंने कहा कि चीन से आयातित उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने से अमेरिका को काफी राजस्व मिलेगा. राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें चीन से शुल्क के रूप में कई अरब डॉलर मिलेंगे. चीन से उत्पादों के खरीदार इन उत्पादों को खुद अमेरिका में बना सकते हैं या फिर जिन देशों पर शुल्क नहीं लगाया गया है, उनसे खरीद सकते हैं.






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