गोलगोकरणनाथ।।योगी सरकार का नहीं है डर कोटेदार कर रहे हैं जमकर घटतौली
योगी सरकार का नहीं है डर कोटेदार कर रहे हैं जमकर घटतौली
मर्जी से वितरण करते कोटेदार,कार्ड धारकों को नहीं मिला रहा पूरा राशन
दर-दर भटक के थके हुए कार्ड धारक जितना खाद्यान्न देते हैं कोटेदार उतने में हो जाते हैं संतुष्ट
श्री न्यूज़ 24
आलोक कुमार वर्मा
गोलागोकरणनाथ
विकासखंड बांकेगंज की ग्राम पंचायत वजीरनगर में कोटेदार अपनी मर्जी से करते हैं वितरण शासन प्रशासन को समझते हैं खेल नहीं देते हैं कार्ड धारकों को पूरा खाद्यान्न गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोटेदार कहते हैं हमें तो हर जगह पैसा देना पड़ता है आप शिकायत करेंगे तो क्या कर लोगे ऐसी ही कई घटनाएं हो चुकी हैं ग्राम पंचायत अमेठी के कोटेदार ऊपर लेकिन शासन मिलजुल के बंदरबांट करवाने पर तुला है यूनिट पर 4.5 किलो खाद्यान्न अंतोदय कार्ड धारक को 32 किलो खाद्यान्न दिया जाता है शासन के आदेशों का खुलेआम उल्लंघन करते हुए कोटेदार नजर आ रहे हैं शासन-प्रशासन ने कार्ड धारकों को प्रति 5 किलो राशन देने का वादा किया है अंतोदय कार्ड धारक को 35 किलो देने का वायदा किया है लेकिन भ्रष्टाचार में डूबे कोटेदार आम जनमानस की गाढ़ी कमाई पर घटतौली कर के डाका डाल रहे हैं । जहां एक तरफ सरकार प्रयास कर रही है कि गरीब असहाय लोगों को हर तरह से मदद की जाए लेकिन भ्रष्टाचार में डूबे अधिकारी जो कि लगाम कसने में नाकाम नजर आ रहे हैं। पर्यवेक्षक की ड्यूटी सरकार के द्वारा लगाई जाती है ताकि किसी प्रकार की अनियमितता न होने पाए लेकिन पर्यवेक्षक भी अपना खर्चा पानी लेकर रजिस्टर सेंड कर देते हैं यह भी नहीं देखने आते हैं कि वितरण सही तरीके से हुआ है। कार्डधारक राशन कम पाए या ना पाए इस बात की भी जानकारी लेना उचित नही समझते जिम्मेवार। ऐसे ही सिस्टम चला तो कैसे गरीब कार्ड धारकों को पूरा राशन मिल पायेगा।
अब देखना ये है कि
क्या इन भ्रस्ट कोटेदारो पर कोई कार्यवाही होगी।
क्या गरीबो का हक़ ऐसे ही मारा जाएगा।
क्या इन गरीबो की भी कोई सुनेगा।
क्यों नही कम हो रही घटतौली।
प्रति 10 किलो पर एक किलो कम राशन का जिम्मेवार कौन।
मर्जी से वितरण करते कोटेदार,कार्ड धारकों को नहीं मिला रहा पूरा राशन
दर-दर भटक के थके हुए कार्ड धारक जितना खाद्यान्न देते हैं कोटेदार उतने में हो जाते हैं संतुष्ट
श्री न्यूज़ 24
आलोक कुमार वर्मा
गोलागोकरणनाथ
विकासखंड बांकेगंज की ग्राम पंचायत वजीरनगर में कोटेदार अपनी मर्जी से करते हैं वितरण शासन प्रशासन को समझते हैं खेल नहीं देते हैं कार्ड धारकों को पूरा खाद्यान्न गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोटेदार कहते हैं हमें तो हर जगह पैसा देना पड़ता है आप शिकायत करेंगे तो क्या कर लोगे ऐसी ही कई घटनाएं हो चुकी हैं ग्राम पंचायत अमेठी के कोटेदार ऊपर लेकिन शासन मिलजुल के बंदरबांट करवाने पर तुला है यूनिट पर 4.5 किलो खाद्यान्न अंतोदय कार्ड धारक को 32 किलो खाद्यान्न दिया जाता है शासन के आदेशों का खुलेआम उल्लंघन करते हुए कोटेदार नजर आ रहे हैं शासन-प्रशासन ने कार्ड धारकों को प्रति 5 किलो राशन देने का वादा किया है अंतोदय कार्ड धारक को 35 किलो देने का वायदा किया है लेकिन भ्रष्टाचार में डूबे कोटेदार आम जनमानस की गाढ़ी कमाई पर घटतौली कर के डाका डाल रहे हैं । जहां एक तरफ सरकार प्रयास कर रही है कि गरीब असहाय लोगों को हर तरह से मदद की जाए लेकिन भ्रष्टाचार में डूबे अधिकारी जो कि लगाम कसने में नाकाम नजर आ रहे हैं। पर्यवेक्षक की ड्यूटी सरकार के द्वारा लगाई जाती है ताकि किसी प्रकार की अनियमितता न होने पाए लेकिन पर्यवेक्षक भी अपना खर्चा पानी लेकर रजिस्टर सेंड कर देते हैं यह भी नहीं देखने आते हैं कि वितरण सही तरीके से हुआ है। कार्डधारक राशन कम पाए या ना पाए इस बात की भी जानकारी लेना उचित नही समझते जिम्मेवार। ऐसे ही सिस्टम चला तो कैसे गरीब कार्ड धारकों को पूरा राशन मिल पायेगा।
अब देखना ये है कि
क्या इन भ्रस्ट कोटेदारो पर कोई कार्यवाही होगी।
क्या गरीबो का हक़ ऐसे ही मारा जाएगा।
क्या इन गरीबो की भी कोई सुनेगा।
क्यों नही कम हो रही घटतौली।
प्रति 10 किलो पर एक किलो कम राशन का जिम्मेवार कौन।
Post a Comment