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रोमांच के संग धर्म और अध्यात्म प्रेमियों का प्रमुख केंद्र है मुक्तेश्वर धाम

रोमांच के संग धर्म और अध्यात्म  प्रेमियों का प्रमुख केंद्र है मुक्तेश्वर धाम

श्री न्यूज़ 24
राजुल गुप्ता

पलियाकलां-खीरी

धर्म और अध्यात्म के लिए अब मुकएश्वर धाम प्रमुख केंद्र बन गया है। अब यहां रोमांच प्रेमी भी भारी संख्या में जाने लगे है।
सावन के पवित्र मास में  भोलेनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता हर छोटे बड़े तीर्थ स्थल पर लगता है। इसी प्रकार का एक स्थान है मुक्तेश्वर धाम।
मुक्तेश्वर उत्तराखंड के नैनीताल डिस्ट्रिक्ट में स्तिथ है, जिसकी समुद्रतल से उचाई लगभग 7500 फ़ीट है। यह देवस्थल नैनीताल से 51 km, हलद्वानी से 72 km, दिल्ली से 343 km एवम बरेली से 175 km की दूरी पर स्तिथ है।
मुक्तेश्वर को यह नाम 350 साल पुराने शिव मंदिर से प्राप्त हुआ है जो कि मुक्तेश्वर धाम कहलाता था। यहां बहुत सी अर्ध लटकी चट्टाने हैं जिन्हें चौली की जाली कहते हैं। पर्यटक इन चट्टानों के इस्तेमाल विभिन्न साहसी खेलों के लिए करते हैं जैसे कि रॉक क्लाइम्बिंग, रापललिंग, आदि। इन खेलों को करते हुए सैलानियों को यहां की अदभुद घाटियों का नज़ारा करीब से देखने को मिलता है।
मुक्तेश्वर का पारा गर्मियों में 20℃ से 27℃ एवं सर्दियों में -7℃ से 11℃ तक रहता है।सर्दियों में यहां सैलानियों को बर्फ से ढकी पहाड़ियों का आनंद मिलता है,वह साफ मौसम में हिमालय की पहाड़ियों को भी देखा जा सकता है।
मुक्तेश्वर के कुछ मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं:
◆घनी बर्फीली वादियां।

◆देवदार के जंगल जो कि 22 वर्ग km के छेत्र में फैला है।

◆सतोली गांव जो कि यहां से 21km की दूरी पे है।

◆इंडियन वेटेरिनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट।

अगर आप भी शहर की आपा धापी भरी जिंदगी से दूर कुछ दिन एकांत में बिताना चाहते हैं तो यहां आकर आपको अदभुद शांति और सुकून का एहसास होगा।

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