बिजली के जर्जर तार पर दौड़ रही है मौत लापरवाह बिजली विभाग बेखबर
बिजली के जर्जर तार पर दौड़ रही है मौत लापरवाह बिजली विभाग बेखबर
श्री न्यूज़ 24
प्रांशु वर्मा
लखीमपुर
लखीमपुर खीरी जिले के अन्तर्गत कस्ता फीडर के
विभाग की लचर व्यवस्था के कारण कस्ता फीडर के अधिकतर पोल पे भी करंट प्रभावित होता रहता है. जर्जर व लटकते तार के मकड़जाल के कारण कस्ता मितौली के साथ-साथ गांवों में भी अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इसके बावजूद विभाग सतर्क नहीं है. बिजली विभाग की लापरवाह व्यवस्था से लोग परेशानी महसूस करने लगे हैं. बताते चलें कि कुछ समय पहले दोपहर के समय बरुई टेबल के पास माधव सिंह का लगभग 20 बीघा गन्ना जलकर राख हो गया था
सामने मुख्य मार्ग पर विद्युत पोल के सम्पर्क में आने से एक मवेशी की मौत हो गयी थी विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था के कारण कस्ता फीडर के अधिकतर पोल पे करंट प्रभावित होते रहता है. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि बरूई के टंकी के समीप अक्सर यहां चिंगारियां उड़ती रहती हैं और जमीन पर जाकर आस पड़ोस की फसलों को चलाकर राख कर देती हैं विभागीय उदासीनता के कारण जर्जर बिजली व्यवस्था जानलेवा साबित हो रही है. यह तो कुदरत की करिश्माई ताकत का नातीजा है कि अभी तक कोई इंसान इसकी चपेट में नहीं आया. वरना विभागीय लापरवाही की कीमत लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है विभागीय जिम्मेदार बेखबर बने हुए है. आए दिन कहीं न कहीं किसी न किसी की जान चली जाती है. जिले में विद्युत आपूर्ति बिछाई गई लाइनों में जर्जर हो जाने से उनके टूट कर गिरने और लटक जाने से आए दिन घटनाएं हो रही हैं. विभाग की ओर से इन जर्जर लाइनों पर समय-समय पर अनुरक्षण कराके उनको दुरुस्त कराया जाना चाहिए. इसके साथ ही जांच विद्युत सुरक्षा निदेशालय की ओर से अनुश्रवण कराने के उपरांत उनको ऊर्जीकृत किया जाना चाहिए, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटे. लेकिन जिले के अधिकतर क्षेत्रों में पड़ी विद्युत लाइनें जर्जर हो चुकी हैं. लाइनों के जर्जर होने के साथ उनमें कसाव भी कम हो गया है. इससे वह काफी नीचे तक लटक आती हैं जो हादसे का कारण बन रही है.
श्री न्यूज़ 24
प्रांशु वर्मा
लखीमपुर
लखीमपुर खीरी जिले के अन्तर्गत कस्ता फीडर के
विभाग की लचर व्यवस्था के कारण कस्ता फीडर के अधिकतर पोल पे भी करंट प्रभावित होता रहता है. जर्जर व लटकते तार के मकड़जाल के कारण कस्ता मितौली के साथ-साथ गांवों में भी अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इसके बावजूद विभाग सतर्क नहीं है. बिजली विभाग की लापरवाह व्यवस्था से लोग परेशानी महसूस करने लगे हैं. बताते चलें कि कुछ समय पहले दोपहर के समय बरुई टेबल के पास माधव सिंह का लगभग 20 बीघा गन्ना जलकर राख हो गया था
सामने मुख्य मार्ग पर विद्युत पोल के सम्पर्क में आने से एक मवेशी की मौत हो गयी थी विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था के कारण कस्ता फीडर के अधिकतर पोल पे करंट प्रभावित होते रहता है. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि बरूई के टंकी के समीप अक्सर यहां चिंगारियां उड़ती रहती हैं और जमीन पर जाकर आस पड़ोस की फसलों को चलाकर राख कर देती हैं विभागीय उदासीनता के कारण जर्जर बिजली व्यवस्था जानलेवा साबित हो रही है. यह तो कुदरत की करिश्माई ताकत का नातीजा है कि अभी तक कोई इंसान इसकी चपेट में नहीं आया. वरना विभागीय लापरवाही की कीमत लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है विभागीय जिम्मेदार बेखबर बने हुए है. आए दिन कहीं न कहीं किसी न किसी की जान चली जाती है. जिले में विद्युत आपूर्ति बिछाई गई लाइनों में जर्जर हो जाने से उनके टूट कर गिरने और लटक जाने से आए दिन घटनाएं हो रही हैं. विभाग की ओर से इन जर्जर लाइनों पर समय-समय पर अनुरक्षण कराके उनको दुरुस्त कराया जाना चाहिए. इसके साथ ही जांच विद्युत सुरक्षा निदेशालय की ओर से अनुश्रवण कराने के उपरांत उनको ऊर्जीकृत किया जाना चाहिए, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटे. लेकिन जिले के अधिकतर क्षेत्रों में पड़ी विद्युत लाइनें जर्जर हो चुकी हैं. लाइनों के जर्जर होने के साथ उनमें कसाव भी कम हो गया है. इससे वह काफी नीचे तक लटक आती हैं जो हादसे का कारण बन रही है.
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