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सीतापुर।।खंड शिक्षा अधिकारी रणजीत कुमार के सेटिंग का एक और स्कूल -(प्राथमिक विद्यालय मझरी पासिन)

खंड शिक्षा अधिकारी रणजीत कुमार के सेटिंग का एक और स्कूल -(प्राथमिक विद्यालय मझरी पासिन)

श्री न्यूज़ 24
मानसिंह

सीतापुर

सीतापुर एक तरफ  शासन की शिक्षा मंत्री शिक्षा के प्रति  कोई कोताही नहीं बरत रही है  वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग के अधिकारी  अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं  कहावत  चरितार्थ कर रही है  तुम डाल डाल ,हम पात पात आइए आपको ले चलते हैं  दिखाते हैं खंड शिक्षा अधिकारी लहरपुर व बेहटा रणजीत कुमार की सच्चाई, सूत्र बताते हैं कि विद्यालय ना आने वाले अध्यापकों से रखते हैं डायरेक्ट सेटिंग, यहां तक होती है की लास्ट डेट स्कूल से पावना भेजने की 27 निर्धारित होती है 27 तारीख से पहले साहब के पास स्कूल ना आने वाले अध्यापकों की अच्छी खासी मोटी रकम, सूत्र बताते हैं 10000 से कम नहीं साहब के पास आ जाती है फिर क्या होता है स्कूल आओ या ना आओ महीने में 1 दिन आओ पूरे माह का मेरे सिग्नेचर से वेतन ले जाओ।
जब इस तरह के अधिकारी रहेंगे शिक्षा विभाग में तो कैसे सरकार के नियमों का होगा पालन और कैसे बढ़ेगा शिक्षा का स्तर
सूत्रों का मानना है कि खंड शिक्षा अधिकारी रणजीत कुमार का खेल सालों से चलता फल फूल का रहा है।
इसकी सच्चाई जानने (श्री न्यूज़ टीम )विकासखंड  वेहटा के कई ग्राम पंचायतों का जाना हाल जिसमें   प्राथमिक विद्यालय मंझरी पासिन पहुंचे तो कुछ नजारा अलग ही मिला इस विद्यालय में 6से 7 अध्यापकों की तैनाती लेकिन मौके पर केवल प्रधानाध्यापक ब्रजकिशोर रस्तोगी व शर्मिला बाजपेई शिक्षामित्र आदित्य कुमार गुप्ता 3 लोग ही मौजूद मिले टीम ने ना आने वाले अध्यापकों के विषय में जानकारी मांगी तो जानकारी देने से मना किया गया ।अध्यापकों की चतुराई  कोच्चि स्कूलों में एडवांस में लिखकर रख दिया जाता है। छुट्टी की एप्लीकेशन या मेडिकल सर्टिफिकेट अध्यापक रख जाते हैं कोई दबाव हो तो उसी पर कार्रवाई मात्र नोटिस की साहब सब जानते हैं सूत्र बताते हैं कि  स्कूल सीतापुर लखीमपुर बॉर्डर पर पड़ता है यहां पर मनोज कुमार सहायक अध्यापक ,रविंद्र कुमार सहायक अध्यापक , आशीष कुमार सहायक अध्यापक, अमित कुमार त्रिपाठी,   इन अध्यापकों में से  कुछ अध्यापकों की  सेटिंग के चलते  वही पुराना रवैया अख्तियार किए हुए हैं ।
टीम ने विद्यालय परिषद का जायजा लिया टीम को बहुत सी कमियां देखने को मिली स्कूल परिषद में बड़ी-बड़ी घास लगी हुई  मिली टीम द्वारा सफाई कर्मी के बारे में प्रधानाध्यापक से पूछा गया तो प्रधानाध्यापक ने मौखिक बताया कि सफाई कर्मी विद्यालय परिषद में नहीं आते हैं। इसीलिए विद्यालय परिषद की सफाई नहीं हो पाती।
जबकि सूत्र बताते हैं कि खंड शिक्षा अधिकारी रणजीत कुमार लहरपुर के पास समस्त अध्यापकों के मोबाइल नंबर हैं जब कोई बात होती है तो साहब सिर्फ नोटिस थमा कर अपना पल्लू झड़ते हुए अध्यापक को फंसाने का कार्य करते हैं, सूत्रों का यह भी कहना है अगर कार्रवाई हो तो ,जो इस भ्रष्टाचार में  लिप्त उस अधिकारी पर हो जो भोले-भाले मासूम नौनिहाल बच्चों के साथ कर रहा है खिलवाड़ उस पर कार्यवाही होना चाहिए।

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