गोला तहसील के अंतर्गत जारी है अवैध कच्ची शराब का खेल बड़ी संख्या में ग्रामीण तबका इनकी गिरफ्त में
गोला तहसील के अंतर्गत जारी है अवैध कच्ची शराब का खेल बड़ी संख्या में ग्रामीण तबका इनकी गिरफ्त में
श्री न्यूज़ 24
आलोक कुमार वर्मा
गोलागोकरणनाथ
बाप बडा न भैया सबसे बड़ा रुपैय्या की कहाबत को गोला तहसील में चरितार्थ होती नजर आती है। यहां आम आदमी की जान से खिलवाड़ कच्ची शराब को बेचकर किया जा रहा है। आपको बता दे तहसील छेत्र के तमाम गांव में कच्ची शराब का धंधा जोरो पर संचालित है। यहां शाम होते ही महफिले सजने लगती है और फिर शुरू होता है शराब का दौर । क्या बच्चे क्या बूढ़े सभी को 40 रुपये लीटर उपलब्ध कराई जाती है शराब। जिले में शराब की दुकानों पर भी लाइसेंस धारक नकली शराब बेचने से बाज नही आते।
कच्ची शराब माफियाओं को न तो योगी सरकार का डर लगता और न ही जिले के जिम्मेवार अधिकारियों का। कही इसका कारण शराब माफियाओं पर राजनेताओ और प्रसासन के कुछ भ्रष्ट लोगो का हाथ तो नही। अभी 2 दिन पहले ही एक्ससाइज इंस्पेक्टर पंकज विवेक यादव और उनकी तेजतर्रार टीम ने बड़ी मात्रा में नकली शराब बनाने का परदा फास किया था।कई शराब भट्ठी अवैध रूप से चल रही थी उन शराब भट्टियो पर ताला भी उनकी टीम ने मारा।
लेकिन इस सब से अतिरिक्त सबसे ज्यादा तो ग्रामीण इलाकों में कच्ची शराब का खेल जारी है।ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्यादा मजदूर बर्ग के लोग निवास करते है और ये शराब माफिया उन्ही को निशाना बनाकर जिंदगी से खिलवाड़ करते है । अब समय ये है कि विभाग को कच्ची शराब माफियाओं पर भी शिकंजा कसना होगा। तहसील में तमाम जगहों पर बड़े पैमाने पर शराब की बिक्री की जा रही है। ये जहरीली शराब पीने से शराब पीने वाले असमय ही काल के गाल में समा जाते है। एक्ससाइज बिभाग को अभियान चलाकर अवैध शराब के कारोबारियों पर नकेल कसनी होगी ताकि ये माफिया लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ न कर सके।
श्री न्यूज़ 24
आलोक कुमार वर्मा
गोलागोकरणनाथ
बाप बडा न भैया सबसे बड़ा रुपैय्या की कहाबत को गोला तहसील में चरितार्थ होती नजर आती है। यहां आम आदमी की जान से खिलवाड़ कच्ची शराब को बेचकर किया जा रहा है। आपको बता दे तहसील छेत्र के तमाम गांव में कच्ची शराब का धंधा जोरो पर संचालित है। यहां शाम होते ही महफिले सजने लगती है और फिर शुरू होता है शराब का दौर । क्या बच्चे क्या बूढ़े सभी को 40 रुपये लीटर उपलब्ध कराई जाती है शराब। जिले में शराब की दुकानों पर भी लाइसेंस धारक नकली शराब बेचने से बाज नही आते।
कच्ची शराब माफियाओं को न तो योगी सरकार का डर लगता और न ही जिले के जिम्मेवार अधिकारियों का। कही इसका कारण शराब माफियाओं पर राजनेताओ और प्रसासन के कुछ भ्रष्ट लोगो का हाथ तो नही। अभी 2 दिन पहले ही एक्ससाइज इंस्पेक्टर पंकज विवेक यादव और उनकी तेजतर्रार टीम ने बड़ी मात्रा में नकली शराब बनाने का परदा फास किया था।कई शराब भट्ठी अवैध रूप से चल रही थी उन शराब भट्टियो पर ताला भी उनकी टीम ने मारा।
लेकिन इस सब से अतिरिक्त सबसे ज्यादा तो ग्रामीण इलाकों में कच्ची शराब का खेल जारी है।ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्यादा मजदूर बर्ग के लोग निवास करते है और ये शराब माफिया उन्ही को निशाना बनाकर जिंदगी से खिलवाड़ करते है । अब समय ये है कि विभाग को कच्ची शराब माफियाओं पर भी शिकंजा कसना होगा। तहसील में तमाम जगहों पर बड़े पैमाने पर शराब की बिक्री की जा रही है। ये जहरीली शराब पीने से शराब पीने वाले असमय ही काल के गाल में समा जाते है। एक्ससाइज बिभाग को अभियान चलाकर अवैध शराब के कारोबारियों पर नकेल कसनी होगी ताकि ये माफिया लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ न कर सके।
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