लखनऊ।सड़क पर लावारिस बैठे मिले गोवंश तो डीएम ने चौकी इंचार्ज को किया सस्पेंड
सड़क पर लावारिस बैठे मिले गोवंश तो डीएम ने चौकी इंचार्ज को किया सस्पेंड
मामले के तूल पकड़ने पर डीएम ने अपना आदेश वापस लिया, कड़ी हिदायत जारी की
श्री न्यूज़ 24
आकाश सिंह
लखनऊ
सड़क पर पशुओं के लावारिश ढंग से घूमने के चलते हरदोई के डीएम द्वारा चौकी इंचार्ज को स्पेंड किए जाने का आदेश जारी किए जाने के बाद मचे बवाल एवं आलोचनाओं से घिरे डीएम साहब बैकफुट पर आ गए और निलंबन का आदेश वापस लेते हुए आगे के लिए चौकी इंचार्ज को कड़ी चेतावनी देकर मामले पर बिराम लगाने की कोशिश की है परन्तु उनके इस "बेतुके" आदेश से आईएएस बनाम आईपीएस अधिकारियों के बीच की तल्खी व अधिकारों की लड़ाई एक बार फिर खुलकर आ गई है।
बताते चलें कि कल शाम जिलाधिकारी हरदोई पुलकित खरे शहर के "औचक" निरीक्षण पर निकले थे, लखनऊ रोड पर सब्जी मंडी स्थल से लेकर लखनऊ चुंगी तक सड़क पर जगह-जगह उन्हे गोवंश बैठे मिले जिससे यातायात अवरूद्ध हो रहा था तथा वाहन चालकों को परेशानी हो रही थी। इससे क्षुब्ध डीएम पुलकित खरे ने आफिस पहुंच कर आदेश जारी कर दिया कि चुंगी पुलिस चौकी के निकट इस प्रकार की स्थिति खेदजनक है अतः चौकी इंचार्ज संजय शर्मा को निलंबित करते हुए उन्हे पुलिस लाइन से संबद्ध किया जाता है। आदेश में यह भी कहा गया कि ऐसी स्थिति शहर में अन्य स्थानों पर उत्पन्न न हो इसके लिए सभी थानेदार प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्रों में पेट्रोलिंग करें तथा चौकी इंचार्जों को भी निर्देशित करें।
डीएम द्वारा चौकी इंचार्ज को निलंबित किए जाने से पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई तथा मामला लखनऊ तक पहुंचने एवं आईपीएस लाबी द्वारा इसके विरोध में नाराजगी जताये जाने पर अब खबर आ रही है कि डीएम ने चौकी इंचार्ज का निलंबन वापस ले लिया है। डीएम ने कहा है कि शासन की मंशा के अनुरूप लावारिश गोवंशों को आश्रय स्थलों तक पहुंचाए जाने में संबंधित अधिकारियों का पुलिस सहयोग करे।
पूर्व डीजीपी एएल बनर्जी ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए इसे सीधे सीधे आईपीएस के अधिकार में दखलंदाजी बताया। उन्होने तो यहां तक कहा कि इस आईएएस को डीएम पद से तत्काल हटाकर छह महीने की ट्रेनिंग पर भेज देना चाहिए। कई अन्य अधिकारियों ने नाम न उजागर करने की बात कहते हुए नाराजगी जाहिर कि प्रदेश में आईएएस की आईपीएस के कार्य क्षेत्र में दखलंदाजी बढ़ती ही जा रही है।
आईपीएस लाबी में पिछले दिनों बुलंदशहर के एसएसपी को निलंबित किए जाने व कई अन्य के खिलाफ कार्रवाई किए जाने को लेकर भी रोष देखने को मिला है, उनका कहना है कि बुलंदशहर में ही वहां के तत्कालीन डीएम के आवास पर खनन मामले में उनकी संलिप्तता के आरोपों के चलते सीबीआई द्वारा छापा मारे जाने के बावजूद उन्हे निलंबित नहीं किया गया।
मामले के तूल पकड़ने पर डीएम ने अपना आदेश वापस लिया, कड़ी हिदायत जारी की
श्री न्यूज़ 24
आकाश सिंह
लखनऊ
सड़क पर पशुओं के लावारिश ढंग से घूमने के चलते हरदोई के डीएम द्वारा चौकी इंचार्ज को स्पेंड किए जाने का आदेश जारी किए जाने के बाद मचे बवाल एवं आलोचनाओं से घिरे डीएम साहब बैकफुट पर आ गए और निलंबन का आदेश वापस लेते हुए आगे के लिए चौकी इंचार्ज को कड़ी चेतावनी देकर मामले पर बिराम लगाने की कोशिश की है परन्तु उनके इस "बेतुके" आदेश से आईएएस बनाम आईपीएस अधिकारियों के बीच की तल्खी व अधिकारों की लड़ाई एक बार फिर खुलकर आ गई है।
बताते चलें कि कल शाम जिलाधिकारी हरदोई पुलकित खरे शहर के "औचक" निरीक्षण पर निकले थे, लखनऊ रोड पर सब्जी मंडी स्थल से लेकर लखनऊ चुंगी तक सड़क पर जगह-जगह उन्हे गोवंश बैठे मिले जिससे यातायात अवरूद्ध हो रहा था तथा वाहन चालकों को परेशानी हो रही थी। इससे क्षुब्ध डीएम पुलकित खरे ने आफिस पहुंच कर आदेश जारी कर दिया कि चुंगी पुलिस चौकी के निकट इस प्रकार की स्थिति खेदजनक है अतः चौकी इंचार्ज संजय शर्मा को निलंबित करते हुए उन्हे पुलिस लाइन से संबद्ध किया जाता है। आदेश में यह भी कहा गया कि ऐसी स्थिति शहर में अन्य स्थानों पर उत्पन्न न हो इसके लिए सभी थानेदार प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्रों में पेट्रोलिंग करें तथा चौकी इंचार्जों को भी निर्देशित करें।
डीएम द्वारा चौकी इंचार्ज को निलंबित किए जाने से पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई तथा मामला लखनऊ तक पहुंचने एवं आईपीएस लाबी द्वारा इसके विरोध में नाराजगी जताये जाने पर अब खबर आ रही है कि डीएम ने चौकी इंचार्ज का निलंबन वापस ले लिया है। डीएम ने कहा है कि शासन की मंशा के अनुरूप लावारिश गोवंशों को आश्रय स्थलों तक पहुंचाए जाने में संबंधित अधिकारियों का पुलिस सहयोग करे।
पूर्व डीजीपी एएल बनर्जी ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए इसे सीधे सीधे आईपीएस के अधिकार में दखलंदाजी बताया। उन्होने तो यहां तक कहा कि इस आईएएस को डीएम पद से तत्काल हटाकर छह महीने की ट्रेनिंग पर भेज देना चाहिए। कई अन्य अधिकारियों ने नाम न उजागर करने की बात कहते हुए नाराजगी जाहिर कि प्रदेश में आईएएस की आईपीएस के कार्य क्षेत्र में दखलंदाजी बढ़ती ही जा रही है।
आईपीएस लाबी में पिछले दिनों बुलंदशहर के एसएसपी को निलंबित किए जाने व कई अन्य के खिलाफ कार्रवाई किए जाने को लेकर भी रोष देखने को मिला है, उनका कहना है कि बुलंदशहर में ही वहां के तत्कालीन डीएम के आवास पर खनन मामले में उनकी संलिप्तता के आरोपों के चलते सीबीआई द्वारा छापा मारे जाने के बावजूद उन्हे निलंबित नहीं किया गया।
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