डी-कंपनी , ISI ने भारत में नकली नोट पहुंचाने को तलाशा नया मार्ग बना गौरीफंटा बार्डर
डी-कंपनी , ISI ने भारत में नकली नोट पहुंचाने को तलाशा नया मार्ग बना गौरीफंटा बार्डर
गौरीफंटा कस्टम ने पकड़ कर छोड़े साढ़े चार लाख
श्री न्यूज़ 24
डीपी मिश्र
पलिया कलां-खीरी
नकली नोटों की देश में आमद पर पिछले काफी दिनों से विराम लग गया था। लेकिन अबएक बार फिर भारत के सीमवर्ती क्षेत्रों में भारी पैमाने पर इसकी आमद होने लगी है। राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) की जांच से खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान स्थित आईएसआई और डी-कंपनी की सांठगांठ से देश में नकली नोटों की आपूर्ति दोबारा शुरू हो गई है। दो दिन पूर्व ही दो भारतीय युवकों को नेपाल पुलिस ने नकली भारतीय करेंसी के साथ पकड़ा था।नकली नोटों का कारोबार करने वाले गिरोह के सरगना यूनुस अंसारी की नेपाल में गिरफ्तारी के बाद इस सांठगांठ से परदा हटा। भारतीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि अंसारी का आईएसआई और दाउद इब्राहिम से करीबी संबंध है और वह नकली नोटों का कारोबार करने वाले गिरोह का सबसे बड़ा खिलाड़ी है। नेपाल पुलिस द्वारा यह जांच की जा रही है कि इन युवकों के संबंध नकली नोटो के कारोबारीयों से तो नहीं हैं।
आपको बता दें कि अभी तकरीबन दस दिन पहले साढ़े चार लाख रुपए भारतीय करेंसी गौरीफंटा कस्टम ने पकड़ कर छोड़ी थी इसकी जांच भी उच्चाधिकारियों तक पहुंच चुकी है। सालों से इसी बार्डर पर टिके कस्टम एजेंट इस तरह के क्रियाकलापों में लिप्त रहे हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान पहले भारत में नकली नोट भेजने के लिए नेपाल के रास्ते का उपयोग करता था। यह बात एनआईए की जांच में सामने आई है।
गौरीफंटा कस्टम ने पकड़ कर छोड़े साढ़े चार लाख
श्री न्यूज़ 24
डीपी मिश्र
पलिया कलां-खीरी
नकली नोटों की देश में आमद पर पिछले काफी दिनों से विराम लग गया था। लेकिन अबएक बार फिर भारत के सीमवर्ती क्षेत्रों में भारी पैमाने पर इसकी आमद होने लगी है। राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) की जांच से खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान स्थित आईएसआई और डी-कंपनी की सांठगांठ से देश में नकली नोटों की आपूर्ति दोबारा शुरू हो गई है। दो दिन पूर्व ही दो भारतीय युवकों को नेपाल पुलिस ने नकली भारतीय करेंसी के साथ पकड़ा था।नकली नोटों का कारोबार करने वाले गिरोह के सरगना यूनुस अंसारी की नेपाल में गिरफ्तारी के बाद इस सांठगांठ से परदा हटा। भारतीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि अंसारी का आईएसआई और दाउद इब्राहिम से करीबी संबंध है और वह नकली नोटों का कारोबार करने वाले गिरोह का सबसे बड़ा खिलाड़ी है। नेपाल पुलिस द्वारा यह जांच की जा रही है कि इन युवकों के संबंध नकली नोटो के कारोबारीयों से तो नहीं हैं।
आपको बता दें कि अभी तकरीबन दस दिन पहले साढ़े चार लाख रुपए भारतीय करेंसी गौरीफंटा कस्टम ने पकड़ कर छोड़ी थी इसकी जांच भी उच्चाधिकारियों तक पहुंच चुकी है। सालों से इसी बार्डर पर टिके कस्टम एजेंट इस तरह के क्रियाकलापों में लिप्त रहे हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान पहले भारत में नकली नोट भेजने के लिए नेपाल के रास्ते का उपयोग करता था। यह बात एनआईए की जांच में सामने आई है।
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