मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसा करप्शन का जीता जागता सबूत हादसे में 5 की हुई मौत 36 हुए घायल
मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसा अपने आप में कई सवालों को जन्म देता है मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसे से संबंधित लोगों पर हत्या का केस चलना चाहिए
श्री न्यूज़ 24
आदित्य सिंह
मुंबई
मुंबई फुट ओवर ब्रिज हादसा अपने आप में कई सवालों को समेटे हुए है इसे हादसा मात्र मान कर छोड़ा नहीं जा सकता बल्कि इसे शासन प्रशासन की लापरवाही का नतीजा माना जाना चाहिए मुंबई फुटओवर ब्रिज गिरने से 5 लोग असमय मृत्यु के शिकार हो गए 36 लोग गंभीर रूप से घायल हुए दो की हालत बेहद नाजुक चल रही है इन सभी मौतों की जवाबदेही अनेकों लोगों की बनती है हालांकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों और घायलों को मुआवजा बांटने का ऐलान कर दिया है इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं लेकिन क्या 5 लोग जो अब इस दुनिया में नहीं रहे क्या उन्हें वापस लाया जा सकता है क्या ऐसे लोग जो इस हादसे के जिम्मेदार हैं उन पर हत्या का मुकदमा नहीं चलना चाहिए ऐसे फुटओवर ब्रिज हादसे अनेकों हो चुके हैं लेकिन इनसे किसी तरह की कोई सीख नहीं ली गई अगर सरकारें पहले से ही अपनी जवाबदेही तय करें और दूसरों की जवाबदेही तय करने के लिए दिशानिर्देश नियम कानून बनाए जाएं जिन्हें शक्ति के साथ पालन किया जाना अनिवार्य किया जाए तो शायद भविष्य में ऐसे हादसों से निजात मिल जाए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ऑडिट हो जाने के पश्चात ऐसी घटना पर सवाल उठाए पीएम मोदी ने मुंबई फुट ओवर ब्रिज हादसे पर शोक जताया और देवेंद्र फडणवीस सरकार को हर संभव मदद देने का वादा किया आपको बता दें की जो फुटओवर ब्रिज गिरा है वह मात्र 2 साल पूर्व ही रिपेयर किया गया था इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह का रिपेयरमैंट किया गया इसे करप्शन का जीता जागता सबूत माना जाना चाहिए हादसे की जगह पर एनडीआरएफ की टीमें पहुंची तथा घायलों को प्रथम उपचार हेतु सेंट जॉर्ज और जीटी अस्पताल में भेजा गया यह फुटओवर ब्रिज मुंबई महानगर पालिका के कार्य क्षेत्र में आता है
मुआवजा
मृतकों को 5 लाख
घायलों को 50 हजार एवं सरकारी इलाज की सुविधा
श्री न्यूज़ 24
आदित्य सिंह
मुंबई
मुंबई फुट ओवर ब्रिज हादसा अपने आप में कई सवालों को समेटे हुए है इसे हादसा मात्र मान कर छोड़ा नहीं जा सकता बल्कि इसे शासन प्रशासन की लापरवाही का नतीजा माना जाना चाहिए मुंबई फुटओवर ब्रिज गिरने से 5 लोग असमय मृत्यु के शिकार हो गए 36 लोग गंभीर रूप से घायल हुए दो की हालत बेहद नाजुक चल रही है इन सभी मौतों की जवाबदेही अनेकों लोगों की बनती है हालांकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों और घायलों को मुआवजा बांटने का ऐलान कर दिया है इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं लेकिन क्या 5 लोग जो अब इस दुनिया में नहीं रहे क्या उन्हें वापस लाया जा सकता है क्या ऐसे लोग जो इस हादसे के जिम्मेदार हैं उन पर हत्या का मुकदमा नहीं चलना चाहिए ऐसे फुटओवर ब्रिज हादसे अनेकों हो चुके हैं लेकिन इनसे किसी तरह की कोई सीख नहीं ली गई अगर सरकारें पहले से ही अपनी जवाबदेही तय करें और दूसरों की जवाबदेही तय करने के लिए दिशानिर्देश नियम कानून बनाए जाएं जिन्हें शक्ति के साथ पालन किया जाना अनिवार्य किया जाए तो शायद भविष्य में ऐसे हादसों से निजात मिल जाए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ऑडिट हो जाने के पश्चात ऐसी घटना पर सवाल उठाए पीएम मोदी ने मुंबई फुट ओवर ब्रिज हादसे पर शोक जताया और देवेंद्र फडणवीस सरकार को हर संभव मदद देने का वादा किया आपको बता दें की जो फुटओवर ब्रिज गिरा है वह मात्र 2 साल पूर्व ही रिपेयर किया गया था इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह का रिपेयरमैंट किया गया इसे करप्शन का जीता जागता सबूत माना जाना चाहिए हादसे की जगह पर एनडीआरएफ की टीमें पहुंची तथा घायलों को प्रथम उपचार हेतु सेंट जॉर्ज और जीटी अस्पताल में भेजा गया यह फुटओवर ब्रिज मुंबई महानगर पालिका के कार्य क्षेत्र में आता है
मुआवजा
मृतकों को 5 लाख
घायलों को 50 हजार एवं सरकारी इलाज की सुविधा

Post a Comment