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खबर प्रकाशन के बाद प्रशासन आया हरकत में.......

जिला कलेक्टर के निर्देश पर राजस्व विभाग कर रहा है एम जे एफ शिक्षण संस्थान मामले की जांच.....

बिना पंचायत एनओसी गोचर भूमि आवंटन का है मामला...

विधालय के लिए आंवटित हुईं भूमि पर महाविद्यालय का फैला दिया कारोबार

श्री न्यूज़ 24
शुभम पटेल

लखीमपुर,खीरी

अपनी ऊंची रसूख के चलते गौचर भूमि को फर्जी तरीके से आवंटन करवाने वाले शिक्षण संस्थान एम जे एफ अब संकटों के घेरे में घिरती नजर आ रही है। बिना पंचायत एनओसी के लगभग 19 बिघा गौचर भूमि का आवंटन सरकार द्वारा कई सालों पहले एम जे एफ शिक्षण संस्थान को किया था। आपको बता दें कि सालों पहले आंवटित भूमि का मामला वर्तमान परिस्थितियों के चलते सबके सामने आया है। एक ओर पंचायत एनओसी के दम पर प्रशासन भूमि आवंटन करने का दावा करती है तो दुसरी ओर पंचायत एनओसी नहीं होने की बात करती है। लगातार अपडेट हुए मामले के बाद जिला प्रशासन अब हरकत में आ गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दर्ज शिकायत पर अमल बड़ी फुर्ती से होता नजर आ रहा है। जिला कलेक्टर जयपुर के निर्देश पर राजस्व विभाग अब मामले की जांच कर रहा है। पूरे मामले पर गौर करें तो राजधानी के चौमूं विधानसभा क्षेत्र के ग्राम हाडौता में स्थित एम जे एफ शिक्षण संस्थान ने खादी के मेल से नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए करोड़ों रुपए की भूमि को कोडियो के दाम में फर्जी तरीके से आवंटन करवा लेता है।  लगभग 15 साल पहले गौचर भूमि को लड़कियों को निःशुल्क शिक्षा के लिए विधालय खोलने के नाम पर लगभग 19 बिघा गौचर भूमि आवंटित करवा ली। लेकिन आपको बता दें कि आंवटन भूमि पर आज विधालय की जगह कालेजों की बड़ी बड़ी इमारत खड़ी कर शिक्षण संस्थान अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहा है।

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