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दलालों के कहर से चीख रहा लुधौरी गांव प्रधान की किस्मत दलालों का भविष्य बनकर आईं सामने

दलालों के कहर से चीख रहा लुधौरी गांव
प्रधान की किस्मत दलालों का भविष्य बनकर आईं सामने 

श्री न्यूज़ 24
प्रांशु वर्मा

निघासन (खीरी)

सरकारे लाख कोशिश कर ले दलाली और भ्रष्टाचार मुक्त भारत को बनाने की लेकिन हर बार उन्हें  कहीं ना कही से प्रधान जनप्रतिनिधि सरकार को खुला चेलैंज देते हुए भ्रस्टाचार की राह अपनाकर बराबर चलने के लिए हमेशा प्रयासरत दिखते है ।वरन जनपद खीरी की ब्लॉक निघासन के अंतर्गत लुधौरी पंचायत के प्रधान व उनके सगे संबंधियों ने पंचायत में जनता जनार्दन के बीच शौचालय आवासों पर कमीशन खोरी के खेल को बखूबी गुजरे वक्त में खेलते आए है जिसकी बानगी लुधौरी पंचायत के गांव अम्बर पुरवा में देखने को मिली जिसमे शौचालय ठेके से बनवाने के लिए प्रधान के एक खास रिस्तेदार निवासी बस्ती पुरवा के भूपेंद्र मौर्य  ने सैकड़ो शौचालय ठेके से बनवाकर प्रधान की मिलीभगत से कमीशन खोरी का खेल खेलकर गरीबो के सम्पूर्ण हक पर भी अपनी घूसखोरी चाल से लूटने का काम किया है गरीब बाहुल्य लोग प्रधान की मशविरा के बगैर अपने आशियाने  व शौचालयों को नही बनवाते जिसके चलते अविश्वसनीय ग्राम प्रधान झूठी बाते करकर विश्वास जताकर गरीबो के साथ छलावा करके अपने कारिंदों से मिलकर उनके हक के रुपयों में भी भांजी लगाकर खुद व कारिंदों को  खुशीराम बना देता है जनता को मूर्ख इस तरह लुधौरी के लगभग सभी गांवों में तैनात दलालों के तार एक ही रिमोट कंट्रोल से कनेक्ट करके गरीबों को लूटने के प्रयास से दिशा निर्देश देकर भ्रस्टाचार की राह पर चलता रहता है और नए नए रिस्तेदारों को ठेकेदार बनाकर उनके माध्यम से लाखों रुपए आवास, शौचालय के नाम लेकर कमीशनखोरी का खेल इस पंचायत में हमेशा चलता रहता है जिससे अम्बर पुरवा गांव कई गरीबो के बने शौचालय कमीशन खोर ठेकेदार की बदौलत अपनी दुर्दशा बया कर रहे है ।

क्या कहते है ग्रामीण

रामासरे पुत्र पुनई लाल अम्बर पुरवा निवासी का कहना है कि ठेकेदार के द्वारा बने शौचालय के दरवाजे पत्तो की भांति लगे हुए जो महज तीन महीने में ही उखड़ कर परखच्चो में तब्दील हो गए बने शौचालय में बारह हजार की किस्तों में प्रधान के कारिंदे ने गांव के पात्र व्यक्तियों से हर शौचालयों पर दो दो हजार रुपए की घूसखोरी की है जबकि सभी लोगों ने विस्वास जताकर प्रधान की चिकनी चुपड़ी बातो में आकर इस ठेकेदार से शौचालय निर्माण करवाया जिसका नतीजा सबके सामने है
उक्त ही गांव के निवासी छत्रपाल का भी शौचालय भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ गया है इन महाशय ने भी प्रधान पर निशाना साधते हुए कहा है कि गांव के कई शौचालय भुरभुरा कर मसाला छोड़ रहे और उनके सामने लगे दरवाजे तो नाममात्र के ही है अभी शौचालय बने हुए तीन माह भी नही पूरे हुए है लेकिन शौचालयों की दशा बद से बद्तर हो गई है

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