नहीं थम रहा मैगलगंज क्षेत्र में नकली खाद का कारोबार
खाद माफियाओं के हौसले बुलंद नहीं थम रहा मैगलगंज क्षेत्र में नकली खाद का कारोबार
श्री न्यूज़24
शैलेंद्र बाजपाई
मैगलगंज
मैगलगंज धीरे धीरे नकली खाद का केंद्र बनता जा रहा है यूरिया डीएपी मोनो जिंक और कृषि कार्य में उपयोग होने वाली विभिन्न प्रकार की पेस्टिसाइड की कॉपी राइट करके खाद माफिया किसानों की भूमि बंजर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे नकली खाद का कारोबार मैगलगंज में कितने बड़े स्तर पर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की रात को 2:00 बजे के बाद सुबह 5:00 बजे तक दर्जनों गाड़ियां लोड करके आसपास के जिलों में भेजी जाती है वहीं प्रशासन को इसकी भनक भी नहीं लग रही जबकि रोड पर खुलेआम नकली खाद लोड की जाती है आखिर रात के 2:00 से 5:00 तक ही खाद क्यों लोड होती है और कहां जाती है बड़ा सवाल है पूर्व की सरकार में तत्कालीन इस्पेक्टर राम कुमार यादव ने खाद माफिया के यहां नकली जिंक और पेस्टिसाइड पकड़ी थी और मुकदमा भी लिखा गया था जिसके बाद भी खाद माफिया नहीं सुधरे सुधरने की बात छोड़ो और बड़े स्तर पर काम करने लगे इस कार्रवाई के पहले एक छोटी सी दुकान में ही नकली खाद का कारोबार होता था अब तो कई जगह होने लगा है खाद के काले कारोबार में लिप्त खाद माफिया ने बीते कुछ सालों में अकूत संपत्ति बना ली खाद के साथ साथ और भी कई काले काम करने लगे लेकिन धन बल के आगे शायद प्रशासन बेबस नजर आ रहा है खाद के काले कारोबार में कुछ छुट भइया नेताओं का संरक्षण प्राप्त करके अपना काम निकालने में माहिर खाद कारोबारी सरकार कोई भी हो अपनी सेटिंग बनाने में कामयाब हो जाते हैं वहीं छुट भइया नेताओं की खातिरदारी करके बड़े नेताओं का इस्तेमाल कैसे किया जाता है इन खाद के काले कारोबार करने वालों को सही से पता है सरकार कोई भी हो इनका सिस्टम चलता रहता है
श्री न्यूज़24
शैलेंद्र बाजपाई
मैगलगंज
मैगलगंज धीरे धीरे नकली खाद का केंद्र बनता जा रहा है यूरिया डीएपी मोनो जिंक और कृषि कार्य में उपयोग होने वाली विभिन्न प्रकार की पेस्टिसाइड की कॉपी राइट करके खाद माफिया किसानों की भूमि बंजर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे नकली खाद का कारोबार मैगलगंज में कितने बड़े स्तर पर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की रात को 2:00 बजे के बाद सुबह 5:00 बजे तक दर्जनों गाड़ियां लोड करके आसपास के जिलों में भेजी जाती है वहीं प्रशासन को इसकी भनक भी नहीं लग रही जबकि रोड पर खुलेआम नकली खाद लोड की जाती है आखिर रात के 2:00 से 5:00 तक ही खाद क्यों लोड होती है और कहां जाती है बड़ा सवाल है पूर्व की सरकार में तत्कालीन इस्पेक्टर राम कुमार यादव ने खाद माफिया के यहां नकली जिंक और पेस्टिसाइड पकड़ी थी और मुकदमा भी लिखा गया था जिसके बाद भी खाद माफिया नहीं सुधरे सुधरने की बात छोड़ो और बड़े स्तर पर काम करने लगे इस कार्रवाई के पहले एक छोटी सी दुकान में ही नकली खाद का कारोबार होता था अब तो कई जगह होने लगा है खाद के काले कारोबार में लिप्त खाद माफिया ने बीते कुछ सालों में अकूत संपत्ति बना ली खाद के साथ साथ और भी कई काले काम करने लगे लेकिन धन बल के आगे शायद प्रशासन बेबस नजर आ रहा है खाद के काले कारोबार में कुछ छुट भइया नेताओं का संरक्षण प्राप्त करके अपना काम निकालने में माहिर खाद कारोबारी सरकार कोई भी हो अपनी सेटिंग बनाने में कामयाब हो जाते हैं वहीं छुट भइया नेताओं की खातिरदारी करके बड़े नेताओं का इस्तेमाल कैसे किया जाता है इन खाद के काले कारोबार करने वालों को सही से पता है सरकार कोई भी हो इनका सिस्टम चलता रहता है
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