15 महीने की बच्ची को मिला वरदान यशोदा अस्पताल नेहरू नगर गाजियाबाद में हुआ कोकलियर इमप्लांट का सफल ऑपरेशन
15 महीने की बच्ची को मिला वरदान यशोदा अस्पताल नेहरू नगर गाजियाबाद में हुआ कोकलियर इमप्लांट का सफल ऑपरेशन
श्री न्यूज़24
कपिल शर्मा
गाजियाबाद
यशोदा अस्पताल नेहरू नगर गाजियाबाद में 15 महीने की बच्ची के दोनों कानों का कोकलियर इमप्लांट ऑपरेशन किया गया है यह बच्ची जन्म से ही सुन नहीं पा रही थी बच्ची की 6 महीने की आयु में माता-पिता को शक हुआ की बच्ची तेज आवाज पर पलटती व चौकती नहीं तब उन्होंने राजनगर स्थित फोनिक्स स्पीच एंड हियरिंग क्लिनिक एवं यशोदा अस्पताल में कानों की पूरी जांच करवाई तो यह पता लगा कि बच्ची को प्रोफाइल हियरिंग लॉस है इसके बाद बच्ची को दोनों कानों में सुनने की मशीन लगाई गई इससे भी बच्ची को कोई फायदा नहीं हुआ तत्पश्चात डॉक्टर नवीन बिश्नोई ने माता-पिता के कोकलियर इमप्लांट के फायदे के बारे में समझाया और ऑपरेशन की पूरी तैयारी करी गई 27 फरवरी 2019 को बच्ची का सफल ऑपरेशन किया गया ऑपरेशन के दौरान डॉ बिश्नोई सीनियर ENT सर्जन की टीम में डॉक्टर विकास चोपड़ा डॉ लवनीत मल्होत्रा डॉक्टर स्नेहा बंसल शामिल थे यशोदा अस्पताल का इस तरह का पहला ऑपरेशन था
डॉक्टर बिश्नोई ने बताया कि यशोदा अस्पताल में हर बच्चे के जन्म के बाद उसके सुनने की जांच कराई जाती है जिससे कि शुरू से ही बच्चे की सुनने की क्षमता का पता लगाया जा सके ताकि जल्द ही सुनने की क्षमता का पता लगाकर इलाज किया जा सके ताकि भाषा के विकास पर असर न पड़े उन्होंने बताया कि बच्चों के साथ ऑपरेशन का फायदा बड़ी उम्र के लोगों को भी मिलता है जिनमें कानों की मशीन फायदा नहीं देती
श्री न्यूज़24
कपिल शर्मा
गाजियाबाद
यशोदा अस्पताल नेहरू नगर गाजियाबाद में 15 महीने की बच्ची के दोनों कानों का कोकलियर इमप्लांट ऑपरेशन किया गया है यह बच्ची जन्म से ही सुन नहीं पा रही थी बच्ची की 6 महीने की आयु में माता-पिता को शक हुआ की बच्ची तेज आवाज पर पलटती व चौकती नहीं तब उन्होंने राजनगर स्थित फोनिक्स स्पीच एंड हियरिंग क्लिनिक एवं यशोदा अस्पताल में कानों की पूरी जांच करवाई तो यह पता लगा कि बच्ची को प्रोफाइल हियरिंग लॉस है इसके बाद बच्ची को दोनों कानों में सुनने की मशीन लगाई गई इससे भी बच्ची को कोई फायदा नहीं हुआ तत्पश्चात डॉक्टर नवीन बिश्नोई ने माता-पिता के कोकलियर इमप्लांट के फायदे के बारे में समझाया और ऑपरेशन की पूरी तैयारी करी गई 27 फरवरी 2019 को बच्ची का सफल ऑपरेशन किया गया ऑपरेशन के दौरान डॉ बिश्नोई सीनियर ENT सर्जन की टीम में डॉक्टर विकास चोपड़ा डॉ लवनीत मल्होत्रा डॉक्टर स्नेहा बंसल शामिल थे यशोदा अस्पताल का इस तरह का पहला ऑपरेशन था
डॉक्टर बिश्नोई ने बताया कि यशोदा अस्पताल में हर बच्चे के जन्म के बाद उसके सुनने की जांच कराई जाती है जिससे कि शुरू से ही बच्चे की सुनने की क्षमता का पता लगाया जा सके ताकि जल्द ही सुनने की क्षमता का पता लगाकर इलाज किया जा सके ताकि भाषा के विकास पर असर न पड़े उन्होंने बताया कि बच्चों के साथ ऑपरेशन का फायदा बड़ी उम्र के लोगों को भी मिलता है जिनमें कानों की मशीन फायदा नहीं देती
Post a Comment